मुरादाबाद में बुधवार को सिविल लाइन स्थित एक रेस्टोरेंट में मैक्स हॉस्पिटल वैशाली द्वारा एक प्रेस वार्ता की गई जिसमें मैक्स सुपर स्पेशलिटी वैशाली ने जागरूकता सत्र आयोजित किया और लोगों को ओरल कैंसर से बचाव के लिए जरूरी बातों पर जोर दिया। मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल वैशाली गाजियाबाद ने मुरादाबाद के मरीज युनुस अंसारी के केस की जानकारी देते हुए एक जागरूकता सत्र आयोजित किया जिसमें 38 वर्षीय यूनुस को स्कैमस सेल कार्सिनोमा डाय ग्रोज हुआ था जिनका मैक्स वैशाली में सफल इलाज किया गया इस सत्र के माध्यम से लोगों को रोग के शुरुआती स्टेज में पता लगनें. स्पेशलाज्ड ट्रीटमेंट और ओरल कैंसर के मामले में रिहैबिलिटेशन के अहम रोल के बारे में बताया। इस अवसर पर मैक्स हॉस्पिटल वैशाली में सीनियर डायरेक्टर व सर्जिकल ऑंकोलॉजी के हेड डॉक्टर पवन गुप्ता मौजूद रहे जिन्होंने 38 वर्षीय यूनिस अंसारी के सफल की कहानी को बताया और हेड व नेक कैंसर के शुरुआती लक्षणों से लोगों को अवगत कराया।


बताया कि तंबाकू का सेवन करने वालों में रोग का जल्दी पता लगाने के लिए सतर्कता जरूरी है ताकि इलाज से रिजल्ट बेहतर आ सके। डॉ पवन गुप्ता ने बताया कि मैक्स हॉस्पिटल वैशाली के एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीम नें मरीज की रिकवरी करने में काफी मदद की, मरीज की बोलने और चबाने की फिजियोथेरेपी की गई, ट्रिंसकेयर की मदद से मुंह खोलने की एक्सरसाइज कराई गई और डाइट को मैनेज किया गया, युसूफ अंसारी ने शानदार रिकवरी की और सर्जरी के पांच दिन बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया उसके बाद उनका रिहैबिलिटेशन चला. ट्यूमर की अर्ली स्टेज को देखते हुए रेडियोथैरेपी को जरूरी नहीं माना गया। इस दौरान डॉक्टर पवन गुप्ता, डॉ. मेघा श्रीवास्तव, मरीज राजेंद्र, विनीत राय समेत स्टाफ की उपस्थिति रही।