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मुरादाबाद (डेस्क) दुनिया में किडनी रोग की व्यापकता लगातार बढ़ रही है और हाल के समय में यह महामारी का रूप ले चुकी है। वैश्विक रिपोर्ट के अनुसार, हर 7 से 10 लोगों में से 1 व्यक्ति किडनी रोग से प्रभावित पाया गया है। भारतीय आबादी भी इससे अछूती नहीं है, और यहां भी इस बीमारी का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है।किडनी रोग में यह वृद्धि मुख्य रूप से मधुमेह, उच्च रक्तचाप, मोटापा और मेटाबॉलिक सिंड्रोम जैसे रोगों की बढ़ती घटनाओं से जुड़ी है। इसके अतिरिक्त, पर्यावरणीय विषाक्त पदार्थ, प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन भी इस महामारी को बढ़ावा दे रहे हैं।मैक्स हॉस्पिटल वैशाली के नेफ्रोलॉजी विभाग की एसोसिएट डायरेक्टर डॉ. मनीषा दस्सी ने कहा कि “किडनी रोग को ‘साइलेंट किलर’ माना जाता है क्योंकि इसके लक्षण तब सामने आते हैं, जब किडनी का अधिकांश कार्यक्षमता स्थायी रूप से नष्ट हो चुकी होती है। केवल वही मरीज लक्षणों को पहचान पाते हैं, जिनकी किडनी की समस्या गंभीर स्थिति में पहुंच चुकी होती है। किडनी रोग को रोकने के लिए सही समय पर कदम उठाना बेहद आवश्यक है। इसके लिए सबसे पहले उन जोखिम कारकों की पहचान करना जरूरी है, जो इस रोग के विकास और बढ़ने में योगदान देते हैं। इनमें मधुमेह, उच्च रक्तचाप, मोटापा, ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया, और मेटाबॉलिक सिंड्रोम जैसे रोग प्रमुख हैं। खासकर मधुमेह और उच्च रक्तचाप, क्रॉनिक किडनी डिजीज (सीकेडी) के सबसे सामान्य कारण हैं।“इन रोगों की समय पर पहचान और सही उपचार आवश्यक है। इसके लिए नियमित शारीरिक गतिविधि, संतुलित आहार, और तनावमुक्त वातावरण में रहना बेहद प्रभावी साबित हो सकता है।डॉ. मनीषा ने आगे कहा कि “उत्तर भारत में किडनी रोग का एक महत्वपूर्ण कारण किडनी स्टोन है। इसके लिए अनुवांशिक और पर्यावरणीय कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। जिन परिवारों में किडनी स्टोन की समस्या होती है, उन्हें विशेष रूप से सावधानी बरतनी चाहिए। पर्याप्त पानी पीने और उचित आहार लेने से इस समस्या को रोका जा सकता है। स्व-चिकित्सा और बिना डॉक्टरी सलाह के दर्दनिवारक या अन्य दवाओं का उपयोग किडनी के लिए हानिकारक हो सकता है। मरीजों को इस आदत से बचना चाहिए और केवल विशेषज्ञ की सलाह पर ही दवाओं का सेवन करना चाहिए।“

जिन परिवारों में अनुवांशिक किडनी रोग का इतिहास हो, उन्हें समय पर जांच करानी चाहिए और विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए। यह रोग की प्रगति को धीमा करने में मददगार हो सकता है। किडनी का स्वास्थ्य पूरे शरीर के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। किडनी रोग के लिए सबसे अच्छा उपचार इसकी रोकथाम है। नियमित व्यायाम, संतुलित आहार, और समय पर चिकित्सा जांच किडनी को स्वस्थ बनाए रखने में सहायक हो सकते हैं।

किडनी रोग से बचाव और सही समय पर उपचार से न केवल जीवन की गुणवत्ता में सुधार होता है, बल्कि यह दीर्घायु को भी सुनिश्चित करता है।

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