Sat. May 24th, 2025

कौशांबी (डेस्क) ज़िले से गजब चोरी का मामला सामने आया है। जहां एक शातिर व्यक्ति ने पुलिस की वर्दी चोरी कर वाहनों को रोक कर वसूली करने का काम शुरू कर दिया जिसे पुलिस ने रंगे हाथ पकड़कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। नीलेश कुमार डायल 112 में कांस्टेबल पद पर तैनात है। नीलेश मूरतगंज कस्बे में एक किराए का कमरा ले कर रहते है। बताया जा रहा है कि जब कांस्टेबल डियूटी पर था, तभी दीवार फांद कर घर मे घुसे चोर ने उनकी वर्दी, जुटा, बेल्ट आदि पार कर दिया। और रात में ही इमामगंज के पास वाहनों को रोककर रौब गांठने लगा। भले ही उसने पुलिस की रियाल वर्दी पहने रखी थी। लेकिन देखने मे वह कही से भी पुलिस नही लग रहा था। जिस पर लोगो ने इसकी जानकारी संदीपन घाट पुलिस को दी। तब तक डियूटी पूरी कर नीलेश भी घर पहुच चुके थे। और उन्होंने जब घर से वर्दी, जुटा, बेल्ट ग़ायब देख तो उसके होश उड़ गए। नीलेश ने तुरंत इसकी सूचना संदीपन घाट थाने में दी। दोनों सूचनाएं मिलने के बाद पुलिस को समझने में देर नही लगी। संदीपन घाट पुलिस को समझ आ गया कि वाहनों को रोक कर रौब गांठने वाला फर्जी पुलिस वाला कोई और नही यही चोर होगा। थाने में तैनात उपनिरीक्षक भंटूराम हमराहियों के साथ बताए गए स्थान पर पहुच गए। वहां पर एक युवक पुलिस की वर्दी में वाहनों को रोककर हड़का रहा था। जब उसने असली पुलिस वालों को देखा तो उसके होश उड़ गए। उपनिरीक्षक ने युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ किया तो उसने अपना नाम वीरेंद्र कुमार निवासी सौराई थाना कड़ा धाम बताया। पुलिस लिखा-पढ़ी कर चोरी के आरोपी वीरेंद्र को न्यायलय के समक्ष पेश किया। जहा से न्यायल ने उसको 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।

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