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मुरादाबाद (डेस्क) फर्जी बार कोड व नकली सील को बोतल पर टैग लगाकर अवैध शराब बनाकर बिक्री करने के मामले में पुलिस ने सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से पुलिस ने नामित कंपनियों के टैग, फर्जी बार कोड, अवैध शराब और शराब बनाने के उपकरण बरामद किए हैं। पुलिस ने बरामद शराब व उपकरणों की कीमत 20 लाख रुपए बताई है। इस मामले में एसएसपी हेमराज मीना ने पुलिस लाइन सभागार में पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि यह कामयाबी मझोला थाना पुलिस और एसओजी टीम के जरिए मिली है। गिरफ्तार हुए लोगों में मुनाजिर उर्फ साहिल, संजय कुमार, परवेंद्र, तरुण सैनी, राम सिंह, फैजुर्रहमान उर्फ फैजान और मोहम्मद जावेद हैं। पुलिस की पूछताछ में अभियुक्त मुनाजिर उर्फ साहिल ने बताया है कि वह लोग कंपनी में बनने वाले अल्कोहल को फर्जी तरीके से खरीद कर मिश्रित शराब बनाते हैं। कार्य में दोनों भाई जगदीश और राम सिंह अल्कोहल लाने का कार्य करते हैं। संजय और उसका भतीजा परवेंद्र बोतलों पर लगने वाले ढक्कन व बार कोड, सील की व्यवस्था करते हैं। जावेद व फैजान खाली बोतल, क्वार्टर व अध्धे की व्यवस्था करते हैं। ये कार्य वह खुशहालपुर में एक किराए के भवन में कर रहे थे। यह मकान उनके साथी रविंद्र ने किराए पर ले रखा है। इसी मकान में वह और उनके साथी मिलकर मिश्रित शराब बनाते हैं और उनके कुछ साथी इस शराब को अपने निश्चित ठिकानों से मांग के अनुसार बिक्री करते रहते हैं। अपमिश्रित शराब से वह लोग काफी मोटा मुनाफा कमा लेते हैं। इसमें करीब 70 प्रतिशत कमाई उन लोगों की होती है। चूंकि, अच्छी ब्रांड का टैग लगा होने के कारण उनका माल आसानी से बिक जाता है। एसएसपी ने बताया कि बरामद शराब की कीमत तीन लाख रुपये है और अन्य उपकरण जैसे बार कोड करीब 2 लाख रुपये के हैं। ढक्कन व सील की कीमत करीब 15 लाख रुपए है। इस तरह बरामद सामग्री की कुल अनुमानित कीमत करीब 20 लाख रुपये है।

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