गोरखपुर (डेस्क) गोरखपुर स्थित पीएसी की 26 वीं बटालियन में ट्रेनिंग ले रही महिला प्रशिक्षुओं ने बुधवार की सुबह कैंप के प्रशासनिक भवन पर जमकर हंगामा किया। गुस्से में ट्रेनिंग कैंप से बाहर आकर सड़क पर बैठ गईं लड़कियां फूट-फूटकर रोने लगीं। कई प्रशिक्षुओं ने अपने माता-पिता को फोन कर रो-रोकर अपना दर्द सुनाया। कहा कि यहां शिकायत तो दूर पानी तक मांगो तो गालियां मिलती हैं। महिला प्रशिक्षुओं के यूं सड़क पर धरना-प्रदर्शन शुरू कर देने से अधिकारियों में हड़कंप मच गया। वे प्रशिक्षुओं से बार-बार अंदर चलकर अपनी समस्याएं बताने को कहते रहे। आश्वासन देते रहे कि सभी समस्याओं का समाधान किया जाएगा लेकिन महिला प्रशिक्षु सुबह से काफी देर तक वहीं जमीं रहीं। बाद में उनका गुस्सा थोड़ा शांत हुआ तो वे अंदर गईं।
प्रदर्शन के दौरान महिला प्रशिक्षुओं ने आरोप लगाया कि कैंप में उन्हें पीने के पानी से लेकर खाने और बाथरूम तक के लिए बेशुमार दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मूलभूत सुविधाओं से भी वे वंचित हैं।उन्होंने आरोप लगाया कि पूरे दिन में प्रशिक्षुओं को आवश्यकता से काफी कम पानी मिल रहा है। खाना भी समय से नहीं मिल रहा है। हंगामे के दौरान ही एक प्रशिक्षु बेहोश भी हो गई। उसे तत्काल एंबुलेंस से जिला अस्पताल भिजवाया गया।थोड़ी देर में पता चला कि एंबुलेंस से कुल पांच महिला प्रशिक्षुओं को जिला अस्पताल ले जाया गया है। उनकी तबीयत ठीक है। फिर भी एहतियातन उन्हें भर्ती कराया गया है। पांचों प्रशिक्षुओं को डिहाईड्रेशन की शिकायत बताई जा रही है। इसके अलावा तनाव से भी उनकी तबीयत खराब हुई। महिला प्रशिक्षुओं ने आरोप लगाया कि बाथरूम की संख्या कम होने की वजह से लाइन लगानी पड़ रही है। मजबूरी में खुले में ही स्नान करना पड़ रहा है। प्रशिक्षुओं के भड़कने से ट्रेनिंग कैंप में हंगामा मच गया। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। इसी दौरान एक महिला प्रशिक्षु बेहोश हो गई।उसे एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया है।

बता दें कि यूपी पीएसी में चयनित हुईं महिला प्रशिक्षुओं की 21 जुलाई से अलग-अलग जगहों पर ट्रेनिंग चल रही है।गोरखपुर स्थित पीएसी 26 वीं बटालियन के मुख्यालय में करीब 600 महिला प्रशिक्षुओं को ट्रेनिंग के लिए भेजा गया है। उनका आरोप है कि यहां पर सिर्फ 300 की ही क्षमता है। जबकि 600 को रखा गया है। पानी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। इस वजह से एक दिन में एक प्रशिक्षु को 500 एमएल ही पानी दिया जा रहा है। उन्हें पानी तक के लिए तरसना पड़ रहा है। खाना भी समय से नहीं मिल पा रहा है। सुबह उठने के बाद बाथरूम के बाहर लंबी लाइन लग जा रही है। इसका विरोध करने पर गालियां दी जा रही हैं। प्रशिक्षुओं ने आरोप लगाया कि उनके साथ अच्छा व्यवस्था नहीं किया जा रहा है।
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